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2 राजा
अहज्याह के लिये सन्देश
अहज्याह द्वारा भेजे गए सेनापतियों को आग नष्ट करती है
यहोराम, अहज्याह का स्थान लेता है
एलिय्याह को अपने पास लेने की यहोवा की योजना
परमेश्वर एलिय्याह को स्वर्ग में ले जाता है
नबी एलिय्याह की माँग करते हैं
एलीशा पानी को शुद्ध करता है
कुछ लड़के एलीशा का मजाक उड़ाते हैं
यहोराम इस्राएल का राजा बना
मोआब इस्राएल से अलग होता है
एलीशा से तीन राजा सलाह माँगते हैं
एक नबी की विधवा एलीशा से सहायता माँगती है
शूनेम में एक स्त्री एलीशा को कमरा देती है
शूनेम की स्त्री को पुत्र होता है
माँ एलीशा से मिलने जाती है
शूनेमिन स्त्री का पुत्र पुनःजीवित होता है
एलीशा और जहरीला शोरवा
एलीशा नबियों के समूह को भोजन कराता है
नामान की समस्या
एलीशा और लौह फलक
अराम का राजा इस्राएल के राजा को फँसाने का प्रयत्न करता है
भयंकर भुखमरी शोमरोन को कष्ट देती है
कुष्ठ रोगी, अरामी डेरे को खाली पाते हैं
कुष्ठ रोगी अरामी डेरे में
कुष्ठ रोगी शुभ सूचना देते हैं
राजा और शूनेमिन स्त्री
बेन्हदद हजाएल को एलीशा के पास भेजता है
एलीशा हजाएल के बारे में भविष्यवाणी करता है
हजाएल बेन्हदद की हत्या करता है
यहोराम अपना शासन आरम्भ करता है
अहज्याह अपना शासन आरम्भ करता है
योराम हजाएल के विरुद्ध युद्ध में घायल हो जाता है
एलीशा एक युवा नबी को येहू का अभिषेक करने को कहाता है
सेवक येहू को राजा घोषित करते हैं
येहू यिज्रैल जाता है
ईज़ेबेल की भयंकर मृत्यु
येहू शोमरोन के प्रमुखों को लिखता है
शोमरोन के प्रमुख अहाब के बच्चों को मार डालते हैं
येहू अहज्याह के सम्बन्धियों को मार डालता है
येहू यहोनादाब से मिलता है
येहू बाल के उपासकों को बुलाता है
इस्राएल पर येहू का शासन
हजाएल इस्राएल को पराजित करता है
येहू की मृत्यु
अतल्याह यहूदा के सभी राजपुत्रों को नष्ट कर देती है
योआश अपना शासन आरम्भ करता है
योआश ने मन्दिर की मरम्मत का आदेश दिया
योआश हजाएल से यरूशलेम की रक्षा करता है
योआश की मृत्यु
यहोआहाज अपना शासन आरम्भ करता है
यहोवा ने इस्राएल के लोगों पर कृपा की
इस्राएल पर यहोआश का शासन
यहोआश एलीशा से भेंट करता है
एलीशा की कब्र पर एक अद्भुत बात होती है
योआश इस्राएल के नगर वापस जीतता है
अमस्याह यहूदा में अपना शासन आरम्भ करता है
अमस्याह योआश के विरुद्ध युद्ध छेड़ना चाहता है
अमस्याह की मृत्यु
अजर्याह यहूदा पर अपना शासन आरम्भ करता है
यारोबाम द्वितीय इस्राएल पर शासन आरम्भ करता है
यहूदा पर अजर्याह का शासन
इस्राएल पर जकर्याह का अल्पकालीन शासन
शल्लूम का इस्राएल पर अल्पकालीन शासन
इस्राएल पर मनहेम का शासन
इस्राएल पर पकह्याह का शासन
इस्राएल पर पेकह का शासन
यहूदा पर योताम शासन करता है
आहाज यूहदा का राजा बनता है
होशे इस्राएल पर शासन करना आरम्भ करता है
यहूदा के लोग भी अपराधी हैं
शोमरोनी लोगों का आरम्भ
हिजकिय्याह यहूदा पर अपना शासन करना आरम्भ करता है
अश्शूरी शोमरोन पर अधिकार करते हैं
अश्शूर यहूदा को लेने को तैयार होता है
अश्शूर का राजा अपने लोगों को यरूशलेम भेजता है
हिजकिय्याह यशायाह नबी के पास अपने अधिकारियों को भेजता है
हिजकिय्याह को अश्शूर के राजा की पुनः चेतावनी
हिजकिय्याह यहोवा से प्रार्थना करता है
हिजकिय्याह को यहोवा का सन्देश
अश्शूरी सेना नष्ट हो गई
हिजकिय्याह बीमार पड़ा और मरने को हुआ
हिजकिय्याह और बाबेल के व्यक्ति
मनश्शे अपना कुशासन यहूदा पर आरम्भ करता है
आमोन का अल्पकालीन शासन
योशिय्याह यहूदा पर अपना शासन आरम्भ करता है
योशिय्याह मन्दिर की मरम्मत के लिये आदेश देता है
व्यवस्था की पुस्तक मन्दिर में मिली
योशिय्याह और नबिया हुल्दा
लोग नियम को सुनते हैं
यहूदा के लोग फसह पर्व मनाते हैं
योशिय्याह की मृत्यु
यहोआहाज यहूदा का नया राजा बनता है
राजा नबूकदनेस्सर यहूदा आता है
नबूकदनेस्सर यरूशलेम पर अधिकार करता है
राजा सिदकिय्याह
नबूकदनेस्सर, द्वारा सिदकिय्याह के शासन की समाप्ति
यरूशलेम नष्ट कर दिया गया
बन्दी बनाए गए यहूदा के लोग
नबूकदनेस्सर गदल्याह को यहूदा का शासक बनाता है